
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: बीबीसी के अध्यक्ष रिचर्ड शार्प ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने सरकारी नियुक्तियों से संबंधित सरकारी नियमों का उल्लघंन को लेकर रिपोर्ट आने के बाद ये बड़ा कदम उठाया है.
जानकारी के अनुसार, रिचर्ड ने ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के लिए ऋण की व्यवस्था करने में अहम रोल निभाई थी. सरकार की सिफारिश पर बीबीसी पोस्ट पर नियुक्त होने से कुछ हफ्ते पहले, सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित राष्ट्रीय प्रसारक बीबीसी उन्हें हटाने के लिए दबाव में था.
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बता दें कि वह जून के अंत तक पद पर बने रहेंगे. इस बीच उनके उत्तराधिकारी की तलाश की जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, कंजरवेटिव पार्टी के डोनर रिचर्ज शार्प ने 2021 में तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के लिए ऋण की व्यवस्था करने में मदद की थी. शार्प ने आगे कहा कि वह नियमों से अंजान थे और उन नियमों का उल्लघंन करने के बाद बीबीसी के हितों को प्राथमिकता देने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं.
शार्प ने स्वीकार किया कि उन्होंने देश के सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव साइमन केस और मिस्टर जॉनसन के दूर के चचेरे भाई सैम बेलीथ की मीटिंग करवाई थी. जिन्होंने 2020 के अंत में तत्कालीन पीएम को वित्तीय सहायता प्रदान करने की पेशकश की थी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, शार्प ने कहा कि रिपोर्ट में पाया गया कि मैंने सार्वजनिक नियुक्तियों के लिए शासन संहिता का उल्लंघन किया है लेकिन यह उल्लंघन जरूरी नहीं कि नियुक्ति को अमान्य कर दे.