
New Delhi: राजस्थान के सियासी कुर्सी में इस वक्त हलचल सी मच गई है, जहां कांग्रेस की एक मेयर को सस्पेंड कर दिया गया है. जी हां हम बात कर रहे हैं Rajsthan के Jaipur की जहां नगर निगम की मेयर "मुनेश गुर्जर" के पति "सुशील गुर्जर" को ACB ने रिश्वत कांड में ट्रैप किया था. इस रिश्वत कांड मामले में मेयर को भी निशाने के लिया गया है. इसके बाद ही स्वायत्त शासन विभाग के निर्देशक "हृदेश कुमार" ने मेयर "मनीष गुर्जर" के सस्पेंशन का आदेश जारी किया. बता दें की इससे पहले सरकार BJP की मेयर "सौम्या गुर्जर" को भी सस्पेंड कर चुकी है, और इस बार कांग्रेस की मेयर शक के घेरे में आ गई. सरकार द्वारा जारी किए गए सस्पेंशन ऑर्डर में लिखा गया है कि नगर निगम हेरिटेज जयपुर आवेदित पट्टों में पट्टा जारी करने के लिए रिश्वत राशि मांगी गई .
घर पर मिले 40 लाख रुपए
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 4 अगस्त के दिन मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर के साथ 2 दलालों को 2 लाख लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया जिसके बाद मेयर "मुनेश गुर्जर" के घर से 40 लाख रुपए बरामद किए गए. बता दें की पुलिस का मेयर पर संदेह पैदा करने का सबसे बड़ा सबूत है उनके घर पर परिवादी के पट्टों की फाइलें मिलना. साथ ही उनके पति का रिश्वत लेना. Rajsthan के नगर निगम अधिनियम 2009 की धारा के अनुसार मेयर का कृत्य गंभीर है, जिसके चलते तुरंत ही मेयर को सस्पेंड करना पड़ा .
मौका आने पर बताएंगे नाम
मेयर के पति "सुशील गुर्जर" को 2 दिन की रिमांड पर भेजा गया है, मीडिया से सवाल पूछे जाने पर "सुशील गुर्जर" ने कहा है कि Congress के ही एक बड़े नेता की उनको फसाने की ये साजिश है. जिसमें उन्होंने कहा है की मेयर और उनके खुद की जांन को बेहद खतरा है. 40 लाख रुपए की राशि का ज़िक्र करते हुए सुशील गुर्जर ने कहा की वो पैसे उनके वैशाली नगर में बैचे गए प्लॉट के पैसे हैं.