
इस आधूनिक दुनिया में, कुछ यात्री भीड़-भाड़ वाले, पर्यटन स्थलों को छोड़कर, आधूनिक रिसॉर्ट्स से आगे निकलकर अब, शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती को प्राथमिकता देते हैं। दुनिया की 100% आबादी में कुछ 5% लोग दरसल ऐसे हैं जो आंतरिक खुशी को खोजना चाहते हैं। Wellness Tourism, सिर्फ़ एक गुज़रता हुआ फैशन नहीं है..बल्कि परम उत्साह को प्राप्त करने में मदद करता है, जो आजकल प्रचलन में भी है। यह ग्लोबल टूरिस्ट इंडस्ट्रीज़ की आधारशिला बन गया है, जिसमें प्राचीन उपचार परंपराओं को आधुनिक 'वेलनेस प्रथाओं' के साथ मिला कर एक ऐसा प्रयोग किया जाता है, जो इंसान को अंतर मन से निखारता है।
Wellness Tourism क्या है?
Wellness Tourism का मतलब है ऐसी यात्रा जो शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसका मकसद कोई बिमारी पर गौर करना नहीं, बल्कि 'इंसान' पर केन्द्रित होता है और जिससे अच्छी जीवनशैली को बढ़ावा भी मिलता है। ये टूरिज्म उन लोगों के लिए होता है जो जिंदगी से थक गए हैं, तनाव में हैं या खुद को फिर से तरोताज़ा महसूस करना चाहते हैं।
Wellness Tourism कैसे होता है?
Wellness Tourism में लोगों को आंतरिक सुख देने की पूरी कोशिश कि जाती है, जिससें इंसान में नव जीवन और नव विचार का संचार होता है जो अंदरूनी संतुष्टि महसूस कराता है। Wellness Tourism में कई प्रकार की गतिविधियां शामिल होती हैं जैसे..
1. स्पा और मालिश
2. योग
3. जंगल भ्रमण, प्रकृति को महसूस करना, प्रकृति को खुद में व्याप्त करना
4. डिजिटल डिटॉक्स यानी किसी भी टेक्निकल उपकरण का इस्तेमाल न करना
5. स्वस्थ आहार
इस 'Treatment-cum-Tourism' में आयुर्वेदिक और चायनीज मेडिसिन जैसी पारंपरिक उपचार से इंसान के मस्तिष्क का इलाज करते हैं..
वेलनेस टूरिज्म क्यों है इतना लोकप्रिय ?
1. कोविड-19 के बाद सोच में बदलाव
लोग अब समझ रहें हैं की सेहत सबसे ज़रूरी है। वे अब छुट्टियों में सिर्फ मौज-मस्ती नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत भी पाना चाहते हैं।
2. डिजिटल थकान
फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया से त्रस्त आ चूके लोग अब ऐसा 'नेचर रिट्रीट' चाहते हैं जहां उन्हें शांति और आराम मिले।
3. मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता
अब लोग खुले तौर पर तनाव, चिंता और डिप्रेशन के बारे में बात करते हैं और राहत पाने के लिए 'Wellness Tourism' की ओर रुख कर रहे हैं।
4. प्रकृति से जुड़ाव
लोग अब जंगलों, पहाड़ों और समुद्री इलाकों में घूमना पसंद करते हैं, क्योंकि ये जगहें मन को सुकून देती हैं और सेहत में सुधार लाती हैं।
2025 के टॉप वेलनेस डेस्टिनेशन:
1. भारत: ऋषिकेश में योग, केरल में आयुर्वेद
2. थाईलैंड: समुद्र किनारे स्पा और ध्यान केंद्र
3. आइसलैंड: गर्म पानी के झरने और प्राकृतिक सुंदरता
4. कोस्टा रिका: जंगलों के बीच योग और स्वस्थ आहार
5. जापान: ऑनसेन (हॉट स्प्रिंग्स) और जंगल में ध्यान
वेलनेस टूरिज्म के नए ट्रेंड्स
1. बायोहैकिंग रिट्रीट: तकनीक और थेरेपी से शरीर को तेज़ और फिट बनाना
2. पौधे-आधारित रिट्रीट: शाकाहारी खाना और प्राकृतिक चिकित्सा
3. शांत रिट्रीट: मौन ध्यान और आत्म-खोज
4. एस्ट्रो-वेलनेस: चंद्रमा और सितारों के हिसाब से रिट्रीट की प्लानिंग
अखरी सवाल, जो सभी के लिए सोचने वाला विषय बन जाता है यानी सही वेलनेस रिट्रीट कैसे चुना जाए?
1. पहले अपना मकसद चूने – तनाव दूर करना, डिटॉक्स या फिटनेस?
2. आपके हिसाब से जगह कैसी होनी चाहिए? – पहाड़, समुद्र या जंगल?
3. बजट – सस्ती जगह या लक्ज़री रिसॉर्ट?
4. प्रोग्राम – सख्त टाइमटेबल या आरामदायक?
5. एक्सपर्ट कौन हैं? – क्या प्रशिक्षक सही और अनुभवी हैं?
Wellness Tourism के लाभ सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है, ग्लोबल वेलनेस इंस्टीट्यूट के अनुसार, 2023 में वेलनेस टूरिज्म की वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा थी और यह लगातार तेजी से बढ़ रही है। जिन देशों ने हेल्थ और नेचर टूरिज्म में निवेश किया है, वे स्वस्थ समाज और मजबूत अर्थव्यवस्था दोनों पा रहे हैं।
Published By: Tulsi Tiwari