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भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही पूरे पाकिस्तान में खलबली मच गई है। पाकिस्तान ने भारत को आतंकियों की मौत का बदला लेने की धमकी भी दी है। वहीं पूरे विश्व में भारत पाकिस्तान के बीच के इस तनाव को लेकर बात हो रही है। इसी बीच अमेरिका के एक सांसद ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है।
अमेरिकी डेमोक्रेटिक सांसद रो खन्ना ने पाकिस्तान द्वारा भारत पर हमला करने की धमकी को लेकर कहा कि उसे(पाकिस्तान को) ऐसा सोचना भी नहीं चाहिए। इतना ही नहीं रो खन्ना ने पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर को 'तानाशाह' करार दिया। उन्होंने पाकिस्तान को नसीहत दी कि पाकिस्तान भारत की जवाबी कार्रवाई पर कोई पलटवार करने की गलती न करे।
भारत ने एक जवाबी कार्रवाई- रो खन्ना
एक विदेशी मीडिया एजेंसी से बातचीत करते हुए सांसद रो खन्ना ने कहा कि,"दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं। सबसे जरूरी चीज इस समय तनाव को कम करना है। पहलगाम में एक आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें निर्दोष नागरिक मारे गए। भारत ने एक जवाबी कार्रवाई की जो कुछ आतंकवादी नेटवर्कों को समाप्त करने में सहायक रही। अब सबसे जरूरी है कि हालात शांत हों।"
रो खन्ना ने कहा कि, "अमेरिका को भारत-पाकिस्तान के बीच इस गंभीर स्थिति को समझने और कूटनीतिक रूप से सुलझाने में मदद करनी चाहिए।" उन्होंने आगे कहा कि, "अंग्रेजों ने विभाजन और हिंदू-मुस्लिमों के बीच धार्मिक विभाजनों को बढ़ावा दिया था। हमें इस क्षेत्र की जटिलताओं को समझते हुए एक ईमानदार मध्यस्थ की भूमिका निभानी चाहिए।"
जनरल मुनीर को बताया तानाशाह
रो खन्ना ने आर्मी चीफ असीम मुनीर को तानाशाह बताते हुए कहा कि, "असीम मुनीर एक तानाशाह हैं जिन्होंने कोई वैध चुनाव तक नहीं होने दिया। उन्होंने इमरान खान को जेल में डाल दिया है। वहां अब कोई ईमानदार आवाज बाकी नहीं बची है।" रो खन्ना ने इमरान खान की रिहाई की बात करते हुए कहा कि, "हम पाकिस्तान को IMF से कर्ज देते हैं, वे उस पर निर्भर हैं। हमें यह कहना चाहिए कि इमरान खान को रिहा किया जाए, कोई भी जवाबी हमला न किया जाए और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं।"
भारत सरकार को अमेरिका का समर्थन
रो खन्ना पहले अमेरिकी सांसद नहीं है जिन्होंने भारत का खुलकर समर्थन किया है। इससे पहले अमेरिकी सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष जिम रिश ने भी पहलगाम हमले पर भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों का समर्थन किया था। रिश ने बुधवार को 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा था कि, "भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव चिंताजनक है। मैं पहलगाम के हमलावरों के खिलाफ न्याय के लिए भारत सरकार के प्रयास का समर्थन करता हूं, लेकिन मैं दोनों पक्षों के नागरिकों के प्रति सावधानी बरतने और सम्मान का आग्रह करता हूं।"
वहीं एक और अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भारत का समर्थन करते हुए कहा था कि, "मैं आतंकवादियों के नेटवर्क को खत्म करने के हमारे सहयोगी देश के प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता हूं। अमेरिका को आतंकवाद के खिलाफ अपने सहयोगियों के साथ हमेशा खड़ा रहना चाहिए। यह साझा खतरों का सामना करने, निर्दोष लोगों की जान बचाने और लोकतंत्र, मानवाधिकारों एवं धार्मिक स्वतंत्रता के सिद्धांतों की रक्षा करने के लिए अमेरिका-भारत के बीच गहन सहयोग का समय है।"
भारत ने दिया तगड़ा जवाब
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने निर्दोषों की मौत का बदला लेते हुए सैन्य कार्रवाई की। इस कार्रवाई का नाम 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा गया था। इसके तहत भारत ने 6-7 मई की रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में नौ अलग-अलग आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल से हमले किया था।