.png)
बिहार में साल के आखिर तक विधानसभा के चुनाव होने की उम्मीद है। ऐसे में राज्य का चुनावी पारा चढ़ चुका है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने और अगले पांच सालों का प्लान समझाने में लग गई हैं। ऐसे में हम बिहार की नोखा विधानसभा सीट पर नजर डालते हैं।
नोखा विधानसभा सीट का इतिहास
नोखा विधानसभा सीट रोहतास जिले के तहत आती है। साल 1951 में इस सीट पर पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए थे, कांग्रेस की टिकट पर रघुनाथ प्रसाद साह यहां के पहले विधायक बने थे। कांग्रेस ने लगातार 1967 तक इस सीट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद साल 2000 में नोखा का समीकरण बदला।
साल 2000 से लेकर 2015 तक बीजेपी के रामेश्वर प्रसाद लगातार नोखा के विधायक रहे। वो लगातार चार बार इस विधानसभा सीट से जीत हालिस करके विधानसभा पहुंचे थे। 2015 और 2020 में जनता ने राजद की अनीता देवी को जीताकर अपना विधायक चुना था।
सीट पर अब तक 16 बार हुए चुनाव
नोखा विधानसभा सीट पर अब तक कुल 16 चुनाव हुए हैं। इसमें पांच बार कांग्रेस ने, चार बार BJP ने, दो-दो बार जनता दल, जनता पार्टी और राजद ने अपनी जीत का परचम लहराया है। वहीं एक-एक बार जनता पार्टी (सेक्युलर) और कांग्रेस (ओ) के खाते में भी यह सीट गई है। JDU ने अब तक एक बार भी इस सीट पर जीत हासील नहीं की है।