
डेहरी, जिसे 'डेहरी-ऑन-सोन' के नाम से भी जाना जाता है, बिहार राज्य के रोहतास जिले में एक नगर परिषद और संबंधित सामुदायिक विकास खंड है। सोन नदी के तट पर स्थित, डेहरी एक रेलवे हब है, और डालमियानगर से सटा हुआ है जो कभी एक औद्योगिक शहर हुआ करता था।
जनगणना प्रतिशत
डेहरी विधानसभा क्षेत्र की स्थापना 1951 में हुई थी, जो 2008 में परिसीमन के बाद बनाए गए काराकाट लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। 2011 की जनगणना के अनुसार डेहरी की औसत साक्षरता दर 81.2 प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय औसत 74 प्रतिशत से अधिक है। डेहरी विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जातियों की आबादी 16.91 प्रतिशत है, जबकि मुस्लिम मतदाता 10.6 प्रतिशत हैं। ग्रामीण मतदाता कुल मतदाताओं का 65.27 प्रतिशत हैं, जबकि शहरी मतदाता 34.73 प्रतिशत हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में 2,94,837 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 52.73 प्रतिशत ने मतदान किया।
राजनीतिक समीकरण
इस क्षेत्र की राजनीतिक यात्रा काफी दिलचस्प है। जहां एक ओर बिहार में कांग्रेस का बोलबाला था, वहीं डेहरी ने शुरुआती दो चुनावों में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को चुना था। बसावन सिंह नें 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ा था। वहीं, आखिरी बार कांग्रेस ने 1985 में यह सीट जीती थी। उसके बाद जनता दल और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो बार जीत हासिल की थी। 2019 के उपचुनाव में भाजपा ने इस सीट पर पहली बार जीत दर्ज की, जब राजद विधायक मोहम्मद इलियास हुसैन को चुनाव के लिए अयोग्य ठहराया गया। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने महज 464 वोटों के अंतर से यह सीट वापस जीत ली थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में सीपीआई ने करकट संसदीय क्षेत्र में जीत दर्ज की और डेहरी समेत सारे छह विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल की।
Published By: Tulsi Tiwari