
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय जेल में बंद हैं और बेहद कठिन हालातों से गुजर रहे हैं उन पर 190 मिलियन पाउंड भ्रष्टाचार मामले में सजा हुई है और 9 मई 2023 के विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में आतंकवाद विरोधी कानून के तहत अन्य मुकदमे लंबित हैं. गंभीर आरोपों और लगातार चल रहे मुकदमों के बीच, अब तक उनकी पारिवारिक स्थिति को लेकर कोई खास प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी। लेकिन अब पहली बार इमरान खान के बेटों ने अपनी चुप्पी तोड़ी है, जिससे यह मुद्दा एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय चर्चा में आ गया है।
क्या बोले इमरान खान के बेटे?
इमरान खान के बेटों — कासिम और सुलेमान — ने हाल ही में अपने पिता की जेल स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है। उन्होंने पाकिस्तान की शहबाज सरकार की पोल खोलते हुए अपने पिता की अदियाला जेल में स्थिति को अमानवीय बताया और कहा कि उनके पिता जेल में अमानवीय हालातों में रह रहे हैं, उन्हें न तो उचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं, न ही कानून के तहत मिलने वाले अधिकार।
बेटे लंबे समय से अपने पिता से नहीं कर पाए हैं मुलाकात
इमरान खान के बेटो ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की कि वह पाकिस्तान में हो रहे इस कथित राजनीतिक उत्पीड़न पर ध्यान दे।
जेल में इमरान खान की हालत
इमरान खान इस समय अल-कादिर ट्रस्ट केस, तोशाखाना केस और राजद्रोह जैसे कई गंभीर मामलों में जेल में बंद हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें सख्त निगरानी में रखा गया है और कई बार उनका स्वास्थ्य बिगड़ने की खबरें भी सामने आई हैं। खान समर्थकों का दावा है कि यह राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।
"इमरान के बेटों का सवाल: मानवाधिकारों की बात करने वाली दुनिया अब क्यों खामोश?”
बेटों का यह बयान ऐसे समय आया है जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय — खासकर मानवाधिकार संगठनों और पश्चिमी देशों — ने अब तक इस मुद्दे पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दी है। कासिम और सुलेमान ने इस पर निराशा जताई और कहा कि जब दुनिया मानवाधिकारों की बात करती है, तब इमरान खान जैसे नेताओं के साथ हो रहे व्यवहार पर मौन क्यों साधा जाता है?
राजनीतिक पृष्ठभूमि
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पर पिछले कुछ महीनों से भारी दबाव है। PTI नेताओं की गिरफ्तारियाँ, पार्टी पर प्रतिबंध, और मीडिया में बैन जैसी चीज़ें हो चुकी हैं। 2024 के आम चुनाव में इमरान खान की अनुपस्थिति से पाकिस्तानी राजनीति का संतुलन बदल गया है।
"न्याय और इंसानियत के लिए लड़ रहे हैं, राजनीति के लिए नहीं: इमरान खान के बेटे क़ासिम"
इमरान खान के बेटे क़ासिम ने यह स्पष्ट किया कि उनका मकसद किसी राजनीतिक लाभ का नहीं, बल्कि एक न्याय और मानवीय गरिमा की लड़ाई है। "हम चाहते हैं कि दुनिया पाकिस्तान पर दबाव डाले, ताकि उन्हें इंसानी हालात में रखा जा सके और न्याय मिल सके।" इमरान खान के बेटों की इस सार्वजनिक अपील ने एक बार फिर पाकिस्तान की न्यायिक प्रक्रिया और मानवाधिकारों की स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय ध्यान खींचा है।
Published By- Anjali Mishra